जैतून आयल का प्रयोग दुनिया में बहुत अधिक बढ़ गया है क्यूंकि जैतून का तेल हेल्थ के लिए बहुत अधिक लाभकारी है | ओलिव आयल को ही हिन्दी भाषा में जैतून का तेल कहा जाता है | जैतून तेल त्वचा, रक्तचाप (Blood Pressure), मधुमेह, कोलेस्ट्रोल, दिमाग और बालों के लिए बहुत फायदेमंद हैं | इसीलिए हम आपके लिए लाये हैं जैतून के तेल के फायदे Benefits of Olive Oil in Hindi.
जैतून के तेल के फायदे जानने के बाद आप इस तेल को भी अपनी जिंदगी में शामिल कर लेंगे | जैतून तेल दुनिया के सबसे स्वास्थ्यवर्धक और सुरक्षित तेलों में से एक है |
क्या आप जानते हैं जैतून के तेल को “तरल सोना” भी कहा जाता है और आजकल ज्यादातर डॉक्टर्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स इस तेल के इस्तेमाल पर जोर देते हैं |
इस तेल का इस्तेमाल बहुत पहले से किया जाता है | इस तेल को दिल के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है और इस तेल को सबसे ज्यादा जहाँ इस्तेमाल किया जाता था यानि की भूमध्य क्षेत्र में वहां दिल की बिमारियों से मरने वाले लोगो की संख्या दुनिया में सबसे कम है |
इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में दिल की बीमारी के साथ साथ रक्तचाप की समस्या भी बहुत कम पाई जाती है | अगर आप नयी नयी रेसिपीज के शौक़ीन हैं तो अपने जरूर बहुत से शेफ्स को ओलिव आयल इस्तेमाल करने की सलाह देते देखा होगा |
खाने पीने के शौक़ीन और शेफ्स में ये तेल बहुत ज्यादा पॉपुलर है | इसके फैट्स में मुख्य रूप से मोनोसैचुरेटेड फैट होता है जो इसे सेहत के लिए एक अच्छा विकल्प बनाता है |
बाजार में आपको बहुत से प्रकार के ओलिव आयल मिल जाएंगें लेकिन उन सबमें एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल को हेल्थ के लिए सबसे अच्छा माना जाता है |
इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं जैतून के तेल के फायदे, प्रकार और इसे कैसे प्रयोग करके आप खुद को स्वस्थ रख सकते हैं |
Table of Contents
जैतून तेल के प्रकार – Types of Olive Oil in Hindi

ओलिव आयल के फायदे जानने से पहले हम जान लेते हैं कि ये आयल कितने प्रकार का होता है | जैतून तेल मुख्यत चार प्रकार का होता है | इस तेल को निकालने के तरीके के आधार पर इसे इन चार वर्गों में बांटा गया है |
- एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल (Extra Virgin Olive Oil)
- वर्जिन ओलिव आयल (Virgin Olive Oil)
- रिफाइंड ओलिव आयल (Refined Olive Oil)
- पॉमस ओलिव आयल (PAM Olive Oil)
उपरोक्त लिखित चार प्रकार के जैतून के तेल में से एक्स्ट्रा वर्जिन सबसे उत्तम क्वालिटी और पॉम ओलिव आयल सबसे कम गुणवत्ता वाला होता है | एक्स्ट्रा वर्जिन तेल का इस्तेमाल खाना पकाने की बजाये सलाद के ऊपर किया जाता है क्यूंकि बहुत कम तापमान पर भी ये जल जाता है |
उसके बाद के प्रकार वर्जिन ओलिव आयल और रिफाइंड ओलिव आयल का इस्तेमाल खाना बनाने में किया जा सकता है |
एक्स्ट्रा वर्जिन और वर्जिन जैतून के तेल का मूल्य थोड़ा ज्यादा होता है | जबकि रिफाइंड (क्लासिक) जैतून तेल बाजार में सस्ता मिल जाता है | Refined Olive Oil बाज़ार में आसानी से उपलब्ध हो जाता है |
एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल
ताजे ऑलिव्स से उन्हें पहली बार दबाकर सबसे पहले जो तेल निकाला जाता है उसे एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल कहते हैं | इस तरीके से ऑलिव्स को तोड़ने के 24 घंटे के भीतर ही उनका तेल निकाल लिया जाता है |
यह सबसे शुद्ध तेल होता है | इसमें बिना कोई केमिकल मिलाए सिर्फ दबाकर ही तेल निकाला जाता है | इस तकनीक में कोल्ड प्रेसिंग के जरिए तेल को निकाला जाता है जिसमें तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं जाता |
इसमें विटामिन और मिनरल्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है |
इस तेल में एसिडिटी लेवल सबसे कम होता है | स्वाद, खुशबू और पोषक तत्वों के मामले में ये तेल सबसे उत्तम क़्वालिटी का तेल होता है | अगर प्राइस की बात करें तो ये सबसे महंगा भी होता है |
वर्जिन ओलिव आयल
इस तरह का जैतून का तेल भी पहली बार प्रेसिंग करके तैयार किया जाता है | लेकिन इस तरह के तेल को निकालने के लिए उतने कड़े मानकों का अनुसरण नहीं किया जाता | स्वाद, खुशबू और पोषक तत्वों के मामले में ये एक्स्ट्रा वर्जिन से थोड़ा कम अच्छा होता है |
इस आयल में एसिडिटी की मात्रा एक्स्ट्रा वर्जिन से थोड़ी अधिक हो सकती है | प्राइस के मामले में ये थोड़ा सस्ता होता है |
रिफाइंड ओलिव आयल
मार्किट में उसे प्योर, लाइट और क्लासिक जैसे नामों से बेचा जाता है | पहली बार प्रेसिंग करने के बाद जो ऑलिव्स बच जाते हैं, हीट और केमिकल्स की मदद से उनमें से तेल को पूरी तरह से निकाल लिया जाता है जिसे रिफाइंड ओलिव आयल कहते हैं |
इसमें एसिडिटी और फैट्स की मात्रा ज्यादा होती है | इसका स्वाद और खुशबू भी ज्यादा अच्छे नहीं होते | साथ ही इसमें पोषक तत्व और एंटी ऑक्सीडेंट्स भी कम होते हैं | इसका स्वाद, खुशबू और रंग अच्छा बनाने के लिए इसमें एक्स्ट्रा वर्जिन या वर्जिन जैतून तेल मिलाया जाता है |
पॉमस ओलिव आयल
यह ओलिव आयल का सबसे लोवेस्ट ग्रेड होता है | एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल बनाने की प्रक्रिया में जो अवशेष बच जाते हैं उनसे इस तेल को तैयार किया जाता है | ऑलिव्स के बीज, छिलके और पल्प से अधिक तापमान पर हेक्सेन नाम के साल्वेंट की मदद से तेल को अलग किया जाता है |
इस तरह से बना तेल सबसे लोअर क़्वालिटी का होता है | इसका रंग, टेस्ट उतना अच्छा नहीं होता और इसमें पोषक तत्वों की मात्रा बहुत कम होती है | रंग, टेस्ट और स्वाद के लिए इसमें एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल मिलाया जाता है |
क्या जैतून तेल को खाना बनाने के लिए प्रयोग कर सकते हैं ?
जैतून तेल को खाना बनाने के लिए रोजाना प्रयोग किया जा सकता है | कुछ लोगों का मानना है कि ओलिव आयल को भारतीय खाना बनाने में प्रयोग नहीं करना चाहिए | क्यूंकि बहुत अधिक तापमान पर उसके गुण ख़तम हो जाते हैं | कुछ लोग तो यहाँ तक कहते हैं कि इससे भोजन जहरीला हो सकता है लेकिन ऐसा नहीं है |
जैतून तेल के अलग अलग ग्रेड या प्रकार है | जिनमें एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल को सेहत के लिए सबसे अच्छा माना जाता है और जो सबसे महंगा जैतून तेल है | बहुत अधिक तापमान पर हर प्रकार के तेल के फायदे कुछ कम हो जाते हैं |
बहुत अधिक तापमान पर खाना बनाने या डीप फ्राई के लिए प्योर या पॉमस आयल (ओलिव आयल का लोअर ग्रेड) का प्रयोग किया जा सकता है | ये एक्स्ट्रा वर्जिन और वर्जिन ओलिव ओलिव के मुकाबले सस्ता भी है |

जैतून के तेल के फायदे – Olive Oil Benefits in Hindi
हार्ट के लिए जैतून का तेल – Olive Oil for Heart
Olive Oil वैसे तो पुरे शरीर के लिए बहुत अच्छा माना जाता है लेकिन दिल के लिए ये बहुत ही फायदेमंद है | प्राकर्तिक ओलिव आयल में 70% monounsaturated fatty acid पाए जाते हैं जिससे ये खून में कोलेस्ट्रोल को जमा होने से रोकता है |
जैतून का तेल LDL यानि low-density lipoproteins जिसे bad cholesterol भी कहा जाता है, को कम करता है साथ ही ये शरीर में HDL यानि high-density lipoproteins जिसे good cholesterol भी कहा जाता है, के लेवल को बढाता है |
इस तरह ओलिव आयल दिल के लिए फायदेमंद है और शरीर में कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखता है और दिल की बिमारियों से हमे बचाता है |
मोटापे के लिए ऑलिव ऑयल – Olive Oil for Weight Loss
बढ़ते वजन की समस्या एक बहुत बड़ी समस्या है और ये बहुत सी दूसरी बिमारियों का कारण भी है | जिन लोगो का वजन बढ़ जाता है वो अपना मनपसंद भोजन नहीं खा पाते क्यूंकि ज्यादातर स्पाइसी फ़ूड और फ़ास्ट फ़ूड ऐसे तेल में बनता है जो वजन बढ़ाते हैं |
रिसर्च में ये बात प्रमाणित हो चुकी है कि ओलिव आयल के सेवन से वजन नहीं बढ़ता बल्कि वजन कम करने में मदद मिलती है | इसे सलाद के ऊपर डालकर और अपने मनपसंद भोजन को बनाने में आप इस्तेमाल कर सकते हैं |
जैतून का तेल चेहरे के लिए – Olive Oil for Skin
जैतून का तेल त्वचा के लिए बहुत लाभकारी है | जैतून के तेल में विटामिन ई की भरपूर मात्रा होती है जो की हमारी त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाती है | विटामिन ई से भरपूर olive oil हमारी त्वचा के लिए moisturizer का काम करता है |
Olive oil का प्रयोग बहुत से cosmetic products और beauty products में किया जाता है | ओलिव आयल में मौजूद antioxidants जबरदस्त एंटी एजिंग की तरह से काम करते हैं | ओलिव आयल चेहरे को गोरा बनाने और दाग धब्बे हटाने के साथ साथ झुरियों को भी ठीक करने का भी काम करता है |
इसे शहद और दही के साथ मिलाकर चेहरे पर लेप लगाने से त्वचा में चमक आती है |
जैतून का तेल मधुमेह के लिए – Olive Oil for Diabetes
Olive Oil का नियमित प्रयोग मधुमेह की समस्या से भी बचाता है | एक रिसर्च के अनुसार जिस भोजन में mono और polyunsaturated fats की मात्रा अधिक हो वैसा भोजन हमारे शरीर की मधुमेह की बीमारी से बचाता है | ओलिव आयल में ये fats अधिक मात्रा में पाए जाते हैं जिससे ये मधुमेह से हमारी रक्षा करता है |
Olive oil शरीर में शर्करा को नियंत्रित करता है और इन्सुलिन के प्रति संवेदनशीलता को बढाता है जिससे टाइप 2 डायबिटीज को रोकने में बहुत मददगार साबित होता है |
दिमाग के लिए ओलिव आयल – Oilve Oil for Brain (Prevents Alzheimer’s Disease)
यह तेल दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है | दिमाग की सबसे सामान्य बीमारी Alzheimer’s disease की रोकथाम के लिए जैतून का तेल उपयोगी है|
इस बीमारी में दिमाग की सेल्स में beta amyloid plaques का निर्माण होने लगता है | चूहों पर की गयी एक रिसर्च में पाया गया की जैतून के तेल का प्रयोग ब्रेन सेल्स से इन plaques को निकालने का काम करता है |
इसके अलावा जैतून के तेल में पाया जाने वाला phenolic नाम का घटक Alzheimer और Dementia जैसी दिमाग से जुडी बिमारियों की रोकथाम करता है | जैतून का तेल तनाव को भी दूर करने का काम करता है |
जैतून का तेल बालों के लिए – Olive Oil for Hair in Hindi
जैतून का तेल बालों के लिए बहुत अच्छा है क्यूंकि इसमें विटामिन ई की अच्छी मात्रा होती है जो की बालों के लिए बालों को झड़ने से रोकती है | विटामिन ई के अलावा जैतून तेल में कैल्शियम, जिंक, सल्फर और विटामिन बी भी होता है जो बालों को बढ़ने में मदद करते हैं|
इस तेल को बालों पर इस्तेमाल करने से पहले आधा कप तेल में एक अंडे की जर्दी और दो चम्मच शहद मिलाकर एक पेस्ट बना लें | इस पेस्ट को कम से कम 20 मिनट तक बालों पर लगा कर रखें | इसके बाद अच्छे शैम्पू से बालों को धो लें |
कैंसर के लिए – Olive Oil for Cancer
पूरी दुनिया के लिए कैंसर एक बहुत बड़ी समस्या है | लेकिन जिस जगह पर ओलिव आयल का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है वहां कैंसर के होने का खतरा बहुत हद तक कम पाया गया है |
ऐसे इसलिए है क्यूंकि olive oil में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स की वजह से होने वाले oxidative damage को बहुत कम कर देते हैं |
इसके अलावा बहुत सी रिसर्च में ये भी पाया गया की ओलिव आयल में पाए जाने वाले कंपाउंड्स कैंसर सेल्स से लड़ने में भी सक्षम हैं | Olive oil को मुख्य रूप से स्तन कैंसर और त्वचा के कैंसर से लड़ने में काफी सहायक माना जाता है |
जैतून आयल कब्ज के लिए – Olive Oil for Constipation
Olive oil कब्ज में भी बहुत लाभकारी है | Olive oil के इस्तेमाल से हमारा पाचन तंत्र सुचारू रूप से काम करता है | इस तेल को भोजन में प्रयोग करने से भोजन जल्दी पचता है और कब्ज की समस्या नहीं होती | Olive oil में पाए जाने वाले monounsaturated fats भोजन को आसानी से पचने और मल को शरीर से जल्दी बाहर निकालने में भी सहायक हैं |
Olive oil में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट, विटामिन और फैटी एसिड्स शरीर को स्वस्थ रखने और पाचन प्रणाली को स्वस्थ बनाते हैं जिससे आपको कब्ज की समस्या से राहत मिलती है |
जोड़ों के दर्द के लिए – Olive Oil for Rheumatoid Arthritis
Olive oil जोड़ो के दर्द और Rheumatoid Arthritis की वजह से होने वाले सूजन से राहत देता है | Olive oil और fish oil को यदि इकट्ठे इस्तेमाल में लाया जाये तो यह Arthritis में बहुत ही लाभकारी सिद्ध हो सकता है |
Olive oil और मछली के तेल को मिलाकर लेने से omega 3 फैटी एसिड की भरपूर मात्रा मिलती है जो कि एंटी इंफ्लेमेटरी होता है और सूजन दूर करता है |
Olive oil हड्डियों को भी मजबूती देता है इसका प्रतिदिन सेवन करने से osteoporosis की बीमारी नहीं होती | भोजन बनाने में प्रयोग करने के साथ साथ जैतून के तेल की मालिश भी शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती है |
गुर्दे में पथरी के लिए – Olive Oil for Kidney Stones
गुर्दे में पथरी की समस्या भी लोगो में अक्सर हो जाती है जिसका दर्द असहनीय होता है | जिन लोगो में एक बार पथरी बन जाये उन्हें इसकी शिकायत बार बार हो सकती है | ओलिव आयल का इस्तेमाल गुर्दे की पथरी को निकालने में भी किये जा सकता है |
इसे इस्तेमाल करने के लिए पानी को अच्छे से उबाल कर इसमें निम्बू का रस और जैतून का तेल मिला लें | इसे ठंडा करके पिए जिससे ये आपको गुर्दे की पथरी से राहत दिलाएगा |
जैतून के तेल की कीमत Olive Oil Price in Hindi
जैतून का तेल का प्राइस भारत में ज्यादा नहीं है | यह आपको 600 से 1000 रूपए प्रति लीटर के दाम में मिल जाएगा | प्रीतिदिन इस्तेमाल के लिए इसका दाम थोड़ा ज्यादा लग सकता है लेकिन इसके फायदे बहुत अधिक है | फिगारो ओलिव आयल भारत में काफी प्रचलित है |
जैतून तेल को आप ऑनलाइन भी आसानी से खरीद सकते हैं |
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