Flax seed को Hindi में अलसी के बीज कहा जाता है | अलसी के बीजों को कई हज़ार सालों से प्रयोग किया जा रहा है और इसके फायदे जानने के बाद आप भी इन्हें इस्तेमाल करने लगेंगे | Flax Seeds के इन्ही फायदों के बारे में आपको बताने के लिए हम आपके लिए लेकर आएं हैं Health Benefits of Flaxseeds in Hindi.

Table of Contents
अलसी का बीज क्या है? – What is Flax Seed in Hindi?
अलसी के बीज अलसी से तैयार होते हैं जिसकी खेती दुनिया के ठण्डे इलाकों में की जाती है | अलसी को भोजन और फाइबर फसल के रूप में उगाया जाता है जिससे कपड़ा तैयार किया जाता है | इस कपड़े को लिनन (linen) के नाम से जाना जाता है |
इससे तैयार होने वाले तेल को इसी linseed oil या फ्लेक्ससीड आयल भी कहते हैं | अलसी के बीज मुख्यत दो प्रकार के होते हैं एक भूरे रंग के और दूसरे पीले रंग के |
पीले या गोल्डन रंग के फ्लेक्ससीड में ओमेगा 3 की मात्रा कम होती है और इसे सोलिन (solin) या लिनोला (linola) नामों से भी पुकारा जाता है | अलसी के बीजों से जो भोजन बनाने वाला तेल तैयार किया जाता है उसे लिनसीड आयल या flaxseed oil कहते हैं |


अलसी के औषधीय गुण
कुछ एक्सपर्ट्स के अनुसार अलसी बीजों के प्रयोग से कैंसर, हार्ट अटैक और शुगर जैसी बीमारी का खतरा बहुत कम हो जाता है |
अलसी के बीजों में मुख्यत तीन पदार्थ पाए जाते हैं जो इसे एक सुपर फ़ूड बनाते हैं |
- ओमेगा 3s फैटी एसिड्स
- फाइबर
- लिगनैंस (lignans)
अलसी के बीज में ओमेगा 3 फैटी एसिड्स की बहुत अधिक मात्रा पाई जाती है |
ओमेगा 3 को दिल के लिए अच्छा माना जाता है | जिससे दिल की बिमारियों से शरीर बचा रहता है और दिल स्वस्थ रहता है | अलसी बीज के एक चम्मच में ही 1.8 ग्राम ओमेगा 3 पाया जाता है |
अलसी के बीज में घुलनशील और अघुलनशील दोनों ही प्रकार का फाइबर होता है जो कब्ज की समस्या को दूर करने में प्रभावशाली रूप से कार्य करता है |
लिगनैंस में जबरदस्त एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं | फ्लक्ससीड्स में लिगनैंस की मात्रा किसी भी प्लांट फ़ूड के मुकाबले 800 गुणा तक ज्यादा पाई जाती है |
इसके अतिरिक्त अलसी के बीजों में कार्बोहायड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, मैगनीजियम, पोटैशियम, सोडियम, जिंक, विटामिन के और आयरन भी पाया जाता है |
अलसी के बीज को खाने से वजन नहीं बढ़ता, त्वचा सुन्दर होती है और पाचन तंत्र के सुचारू रूप से काम करने से खाया पीया पच जाता है और कब्ज की समस्या से भी छुटकारा मिलता है |
इसके अलावा भी Alsi Seeds के बहुत से फायदे हैं | आइये जानते हैं
अलसी के फायदे – Flax Seed Benefits in Hindi
कैंसर से बचाते हैं अलसी बीज
अलसी के बीज कैंसर से रक्षा करते हैं | इसमें बहुत से कैंसर जैसे की स्तन के कैंसर और prostate कैंसर से लड़ने वाले गुण होते हैं | अलसी के बीज में omega 3 फैटी एसिड्स और lignans बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं जो कैंसर को होने से रोकते हैं |
Omega 3 फैटी एसिड्स जिन्हें alpha-linolenic acid (ALA) भी कहा जाता है वह ट्यूमर को होने व बढ़ने से रोकता है | इसमें मौजूद lignans भी ट्यूमर को बढ़ने और फैलने से रोकते हैं और स्तन कैंसर का खतरा कई गुना कम कर देते हैं |
वजन कम करने में सहायक
अलसी के बीज वजन कम करने में भी सहायक हैं | अलसी के बीजों में शरीर के फायदेमंद फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है इसके साथ ही इसमें हेल्थी फैट भी होता है जिससे आप पूरा दिन पेट को भरा हुआ महसूस करेंगे | अलसी के बीज के सेवन से आप अपना weight lose plan आसानी से फोलो कर सकते हैं |
अगर आप वजन घटाने को लेकर सच में सीरियस हैं तो आपको अपनी रोजाना की डाइट में सिर्फ 25 grams ground flaxseeds को शामिल करना चाहिए | जिससे आप भूख को कण्ट्रोल कर पाएँगे और वजन घटा पाएँगे |
कोलेस्ट्रोल को कम करता है
अलसी के बीज कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करते हैं और शरीर से bad cholesterol को भी बाहर निकालते हैं | लगातार कुछ महीनों तक अलसी के बीज का पाउडर प्रयोग करने से good cholesterol में भी इजाफा होता है |
अलसी के बीज में मौजूद घुलनशील फाइबर शरीर से एक्स्ट्रा फैट और कोलेस्ट्रोल को ख़तम करता है और बढ़ने नहीं देता | अच्छे परिणामों के लिए लगातार कुछ महीनों तक 10 ग्राम अलसी बीज के पाउडर का प्रयोग करें |
पीरियड्स की समस्या में लाभकारी
अलसी के बीज महिलाओं के लिए भी बहुत लाभकारी होते हैं | जिन महिलाओं को सही समय पर पीरियड नहीं आते हों उन्हें अलसी के बीज लेने से फायदा होता है | अलसी में मौजूद lignans अनियमित पीरियड को नियमित करने में फायदेमंद होते हैं |
महिलाओं में हार्मोनल imbalance की वजह से सही समय पर पीरियड्स नहीं आते जबकि अलसी में मौजूद lignans में estrogenic गुण पाए जाते हैं जो हार्मोनल imbalance को ठीक करते हैं |
त्वचा के लिए फायदेमंद
अलसी में मौजूद omega 3 फैटी एसिड त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है | इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन बी1, बी6 और दुसरे पोषक तत्व त्वचा का रूखापन दूर करते हैं |
अलसी का तेल त्वचा सम्बन्धी रोगों को दूर करने में बहुत फायदेमंद है | अगर आपको दाद, खाज और खुजली की समस्या होती है तो flax seed oil को अपनी डाइट में शामिल कर त्वचा को स्वस्थ रख सकते हैं |
सर्दी जुकाम से रक्षा करते हैं अलसी बीज
अलसी के बीज में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट बहुत से रोगों से शरीर की रक्षा करते हैं | अलसी में मौजूद lignans में औषधीय गुण होते हैं और ये अपने एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल गुणों के कारण सर्दी जुकाम और मौसमी रोगों से रक्षा करते हैं |
शुगर में फायदेमंद
बहुत सी रिसर्च में ये बात प्रमाणित हो चुकी है कि जो लोग प्रतिदिन अपनी डाइट में 10 से 20 ग्राम alsi powder को शामिल करते हैं उनके शरीर में सिर्फ एक महीने में ही 8 से 20 % तक शुगर की मात्रा कम हुई है |
Flaxseeds में मौजूद घुलनशील फाइबर के कारण ऐसा संभव हो पाता है | Flaxseeds में मौजूद ये फाइबर खून में शुगर के स्त्राव को धीरे कर देता है | जिससे खून में शुगर का स्तर नियंत्रण में रहता है |
कब्ज की समस्या को दूर करता है
अलसी का एक बहुत बड़ा फायदा है कि ये constipation की समस्या को दूर करती है | अलसी में मौजूद alpha-linolenic acid (ALA) पाचन तंत्र से जुडी गड़बड़ियों को ठीक करता है |
अलसी में मौजूद फाइबर और मैग्नीशियम पाचन तंत्र और पेट की समस्याओं को दूर करते हैं | कब्ज से राहत के लिए अलसी के बीज के तेल व गाजर के जूस का सेवन करना चाहिए | अलसी के बीज में मौजूद फाइबर पेट की अच्छे से सफाई करता है |
अलसी खाने का तरीका – How to Eat Flax seeds in Hindi
अलसी के बीज आपको ऑनलाइन मिल जाएंगे | आप इन्हें अंकुरित रूप में भी खरीद सकते हैं और ये आपको पाउडर के रूप में भी मिल जाएगें | लेकिन यहाँ बड़ा सवाल ये है कि अलसी का सेवन कैसे करे | इसे बीज रूप में, तेल के रूप में या पाउडर के रूप में खाएं | आइये जानते हैं |
- अगर आप अलसी के बीजों को खाने का अनुभव स्वादिष्ट बनाना चाहते हैं तो आप इसे अंकुरित रूप में खाएं | आप इन्हें खरीद कर घर पर भी अंकुरित कर सकते हैं | इसके लिए आपको इसे कुछ समय तक पानी में भिगो कर रखना होगा | भिगो कर रखने से इसमें से पिटिक एसिड निकल जाता है और इनमे खनिज लवणों का अवशोषण भी बढ़ जाता है |
- आप इन्हें पाउडर के रूप में भी खा सकते हैं | पाउडर रूप में इन्हें खाना आसान है और ये जल्दी पच भी जाता है | इन बीजों की ऊपरी परत थोड़ी कठोर होती है जिसकी वजह से इन्हे पाउडर रूप में खाना सबसे अधिक फायदेमंद है | इससे शरीर पोषक तत्वों को भी आसानी से अवशोषित कर लेता है | आप इन्हे बीज के रूप में खरीद सकते हैं और घर पर ही इसका पाउडर बना सकते हैं |
- अगर आप इसे तेल के रूप में प्रयोग करना चाहते हैं तो भी आप इसे प्रयोग कर सकते हैं | लेकिन अलसी आयल को बहुत अधिक तापमान पर प्रयोग करने से इसके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं | तेल रूप में प्रयोग करने से इसके कुछ पोषक तत्व बढ़ जाते हैं लेकिन इसमें तेल रूप में फाइबर की मात्रा कम हो जाती है |
- आपको इसके तेल को कैप्सूल के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं | इसके तेल के कैप्सूल भी आपको बाजार में मिल जाएंगे |
- अलसी के बीजों को आप सुबह के नाश्ते में दलिया या किसी दूसरे पदार्थ में डालकर भी खा सकते हैं | सुबह के समय इन्हे खाना सबसे अधिक फायदेमंद होता है |
कितनी मात्रा प्रयोग करें
अलसी के बीज आपको बहुत अधिक मात्रा में नहीं लेने चाहिए | एक दिन में आप इसका एक चम्मच या लगभग 10 ग्राम प्रयोग कर सकते हैं | लेकिन कभी भी 50 ग्राम से अधिक मात्रा में इसे प्रयोग नहीं करें |
अलसी के नुकसान – Flax Seed Side Effects in Hindi
अलसी के लाभ बहुत हैं लेकिन जो लोग कुछ दवाएं ले रहे हैं, गर्भवती और दूध पिलाने वाली महिलाएं, किसी खास बीमारी से पीड़ित व्यक्ति और इसकी अधिक मात्रा लेने वालों को ये नुक्सान भी पहुंचा सकती है | आइये इसके नुक्सान भी जान लेते हैं |
- जिन लोगों के खून बहने की कोई समस्या हो उन्हें alsi बीज का प्रयोग नहीं करना चाहिए | क्यूंकि ये खून को पतला करता है और जिससे खून जमने की प्रक्रिया धीमी हो सकती है |
- सर्जरी से पहले और प्रेगनेंसी के अंतिम 3 से 4 महीनों में भी इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए |
- इसमें शरीर की शुगर को कम करने का गुण होता है इसलिए जो लोग शुगर को कम करने की दवाइयां ले रहे हैं उनमें शुगर का स्तर बहुत कम हो सकता है |
- दूध पिलाने वाली माताओं और गर्भवती महिलाओं को अलसी बीजों का प्रयोग डॉक्टर के परामर्श से करना चाहिए क्यूंकि इनकी तासीर गर्म होती है |
- अलसी बीज लेने से ब्लड प्रेशर भी कम होता है इसलिए ब्लड प्रेशर की दवा लेने वाले इसे सावधानी से लें |
- इसे अधिक मात्रा में लेने से दस्त की शिकायत हो सकती है |
- अधिक मात्रा में लेने से शरीर में हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं |

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