छोटे बच्चे कच्ची मिटटी की तरह से होते हैं उन्हें हम जिस आकार में ढालना चाहे ढाल सकते हैं ऐसे में हमे छोटे बच्चे के सामने सोच समझ कर व्यव्हार करना पड़ता है |
हमारी अपने बच्चे से अपेक्षाएं बहुत होती है लेकिन हमे बच्चे को समझ कर ही उसे अपने परिवार के नियमो और उसके फ्यूचर के बारे में समझाना चाहिए |
दोस्तों आइये जानते हैं किस तरह से हम छोटे बच्चे को सिखा सकते और उसका भावनात्मक विकास कर सकते हैं |
अक्सर हम अपने बच्चे के मार्क्स कम आने पर उसे डांटते हैं उसे दुसरे बच्चो के साथ compare करते हैं ऐसा करने से हम उसे असल में मोटीवेट नहीं कर रहे बल्कि उसे हीन भावना का शिकार बना रहे हैं |
बहुत से माँ बाप बच्चो को छोटी छोटी गलतियों के लिए पीटने लग जाते हैं ऐसा कभी नहीं करना चाहिए ऐसा करने से बच्चे को इसकी आदत हो सकती है या उसके मन में एक डर भी बेठ सकता है जिससे वो अपनी हर बात आपको बताने में हिचकिचाहट महसूस करेगा |
बच्चे को पीटने से बच्चा हिंसक हो जाता है | वो बाद में ये हिंसक व्यव्हार अपने छोटे भाई बहिन के लिए भी इस्तेमाल करता है | इसलिए बच्चे को हमेशा प्यार से समझाना चाहिए |
बच्चो को अनुशासन सीखने और उनमे भावनात्मक विकास के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है | इसी से जुड़े कुछ टिप्स हम आपको बता रहे हैं जिन्हें अपना कर आप जान सकते हैं “How to discipline kids“.
आइये जानते हैं The best methods of how to discipline kids and emotional development in children :
Table of Contents
बच्चो पर दबाव न बनाए :
बच्चे पर कभी भी एग्जाम में अच्छे नंबर्स लाने का दबाव न बनाए उसे उसके फ्यूचर के प्लान्स के बारे में जरूर बताये | उसे महान लोगो के जीवन के बारे में बताये | उसे कभी किसी के साथ compare न करे | हर किसी में एक प्रतिभा होती है जरूरत होती है उस प्रतिभा को निखारने की | अपने बच्चे की प्रतिभा का पता लगा कर उसे निखारने में उसका साथ दे |
बच्चो को अनुशासन सिखाये :
बच्चो को अनुशासन में रहना सिखाये | उसके पढने का खेलने का उठने का और खाना खाने का समय निश्चित करे | इससे बच्चे में समय का पालन करने का गुण आएगा और बच्चा अनुशाषित होगा | जीवन के किसी में क्षेत्र में अनुशासन के बिना सफलता पाना मुश्किल है |
Also Read :
छोटी उम्र में सिखाये :
बच्चे को सिखाने का काम छोटी उम्र में ही शुरू हो जाना चाहिए | जब बच्चा छोटा हो तभी उसे बड़ो का आदर करना छोटो को प्यार देना और परिवार के प्रति जिम्मेदार होने के बारे में बताते रहे | उसे हर किसी से खुल कर बात करना सिखाये उसे बताये की वो खुद को किसी से कम कभी नहीं समझे |
अच्छा व्यव्हार करने पर पुरस्कार दें :
जिस तरह कई बार कुछ गलत करने पर बच्चे को समझाना जरूरी है उसी तरह से जब आपका बच्चा कोई अच्छा काम करता है या आपके द्वारा बताई गयी बातों का सही तरीके से अनुसरण करता है तो हमे चाहिए की हम उसे कोई इनाम दें | इस तरह से बच्चे को मोटिवेशन मिलेगा और बच्चा हमेशा कुछ अच्छा करेगा और अनुशासन का पालन करेगा |
गलती करने पर तुरंत बताये :
बच्चे अगर गलती करते हैं तो उन्हें उसी समय बताना जरूरी है क्यूंकि उस समय अगर आप नजरंदाज कर देंगे तो हो सकता है बात में आप उसे रोक न पाए या आप बच्चे को समझाने के लिए पीटने लगे | अक्सर जब हम छोटी छोटी गलती पर टोकते नहीं है तो ही बाद में बच्चे को पीटने की नोबत आती है | इसलिए गलती करने पर इसे प्यार से समझा दे |
बच्चो को खेलने का टाइम दे :
पढने के साथ साथ खेलना भी बहुत जरूरी है | खेलने से बच्चे का शारीरिक विकास होता है और जीवन में स्वस्थ शरीर के बिना कोई भी चीज आपको अच्छी नहीं लगेगी | इसलिए बच्चे को खेलने का पूरा टाइम दे |
अपने व्यव्हार पर ध्यान दे :
अक्सर बच्चे के ऊपर परिवार के माहोल का बहुत अधिक और गहरा प्रभाव पड़ता है | इसलिए बच्चे के सामने कभी किसी के लिए भी अपशब्दों का प्रयोग ना करे |
नयी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल :
आज कल बच्चे मोबाइल और कंप्यूटर के जरिये बहुत जल्दी इन्टरनेट से जुड़ने लगे हैं | इस बात पर ध्यान दे की आपका बच्चा इन्टरनेट पर क्या देख रहा है |
तो दोस्तों ये थे tips on how to discipline kids if you feel this information useful please share this article with your friends and family.
You may follow us on :
Facebook at facebook.com/ayurvedicupcharupay
Google+ on Google+
Leave a Reply