पीरियड्स महिला के जीवन का एक जरूरी और महत्वपूर्ण हिस्सा हैं | महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए, क्या पहनना चाहिए, पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध बनाने चाहियें या नहीं, योगासन और एक्सरसाइज करनी चाहिए या नहीं ओर ना जाने कितने ही सवाल उठते हैं |
इन सवालों के सही जवाब महिलाओं को नहीं मिल पाते इसलिए वो हमेशा कुछ बातों को सही मानकर जीवन जीती रहती हैं | लेकिन आज के इस लेख में हम आपको उन सभी सवालों के जवाब बताने जा रहे हैं जो आप नहीं जानती |
अगर जानती हैं, तो क्या आपके पास जो जानकारी है वो सही है या नहीं | पीरियड्स में क्या नहीं करना चाहिए और क्या करना चाहिए आइये जानते हैं इन सवालों के जवाब |
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पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध
आयुर्वेद के अनुसार माहवारी के दौरान महिलाओं को शारीरिक सम्बन्ध बनाने से बचना चाहिए | कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स का ये भी मानना है कि इससे महिलाओं में शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं |
इसके साथ ही आयुर्वेद का ये भी मानना है कि सम्बन्ध बनाने में मौसम का ध्यान रखना चाहिए | सर्दियों में शरीर की क्षमता सबसे अधिक होती है इसलिए उस मौसम में रोजाना सम्बन्ध बनाया जा सकता है जबकि गर्मियों में और मानसून में संयमित रूप से सम्बन्ध बनाना चाहिए |
मासिक धर्म अवस्था के दौरान सम्बन्ध बनाने से संक्रमण का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है | इस अवस्था में बहुत से गंभीर बिमारियों का खतरा रहता है |
अगर आप प्रेगनेंसी नहीं चाहते तो भी आपको इस अवस्था में सम्बन्ध बनाने से बचना चाहिए | हालंकि गर्भ ठहरने की सबसे अधिक सम्भावना ओवुलेशन पीरियड के दौरान रहती है लेकिन फिर भी महिलाओं में मासिक धर्म चक्र बदलता रहता है जिसकी वजह से इसकी सम्भावना बढ़ जाती है |
आयुर्वेद के अनुसार पीरियड्स में सम्बन्ध नहीं बनाने चाहिए लेकिन दूसरे हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार इस अवस्था में अधिक आनंद की अनुभूति की जा सकती है | बी बी सी के एक लेख के अनुसार महिलाओं ने इस अवस्था में सम्बन्ध बनाने को सहज माना हैं और लोगों को इसमें कोई परेशानी नहीं हुई | (1)
इसमें सम्बन्ध बनाने से बहुत से स्वास्थ्य लाभ भी बताए गए हैं जो कि सामान्यत सम्बन्ध बनाने से भी होते हैं | केवल मासिक धर्म चक्र का छोटा होना और पीरियड्स में होने वाले दर्द से राहत इसके दो ऐसे फायदे हैं जो पीरियड्स की अवस्था में सम्बन्ध बनाने से होते हैं |
हमारी राय यही है कि आप इस अवस्था में इससे बचे अन्यथा सुरक्षा का इस्तेमाल करें |
पीरियड्स में क्या नहीं खाना चाहिए
पीरियड्स के दौरान क्या नहीं खाना चाहिए इस बात को लेकर थोड़ा सतर्क रहना चाहिए क्यूंकि इस अवस्था में शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं ओर गलत भोजन पीरियड्स को बहुत बुरा बना सकता है | आइये जानते हैं किन किन खाद्य पदार्थों का प्रयोग महावारी के दौरान नहीं करना चाहिए |
- पीरियड्स के दौरान कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए | इस अवस्था में हार्मोनल बदलाव होने के कारण अधिक कैफीन की मात्रा लेने से ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट बढ़ सकता है जिससे तनाव और अवसाद बढ़ता है | इसलिए चाय, कॉफी और दूसरे पेय पदार्थ जिनमें कैफीन हो उन्हें नहीं लेना चाहिए |
- इस अवस्था में प्रोसेस्ड फूड्स नहीं लेने चाहिए | फ़ास्ट फूड्स, फ्रोजेन फूड्स, आचार और बाजार के उत्पाद जिनमें नमक की मात्रा अधिक हो उनका सेवन नहीं करना चाहिए |
- पीरियड्स की अवस्था में अधिक फैट युक्त पदार्थों के प्रयोग से परहेज करना चाहिए | अधिक वसा वाले पदार्थ हॉर्मोन्स में बदलाव कर सकते हैं और पेट में दर्द को बढ़ा सकते हैं | रेड मीट और दूसरे उच्च वसा वाले पदार्थ प्रोस्टाग्लैंडीन को बढ़ाते हैं जिससे पीरियड्स में होने वाला दर्द बढ़ जाता है | इसलिए मीट, अधिक क्रीम वाले फूड्स और दूसरे अधिक वसा वाले पदार्थों का प्रयोग नहीं करना चाहिए |
- पीरियड्स में डेरी पदार्थों जैसे कि दूध, मक्खन, अंडे और पनीर जैसे पदार्थों का प्रयोग कम करना चाहिए | इन पदार्थों में अरचिडोनिक एसिड (arachidonic acid) की मात्रा अधिक होती है जो कि मासिक धर्म में होने वाले दर्द को बढ़ा सकती है |(2)
- पीरियड्स में महिलाओं को शराब का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए | इससे शरीर में एस्ट्रोजन लेवल बढ़ सकता है जिससे पीरियड्स से जुडी समस्याओं में इजाफा हो सकता है |
क्या मासिक धर्म के दौरान व्यायाम करना चाहिए
हो सकता है कि आप मासिक धर्म के दौरान बहुत थका हुआ महसूस कर रही हों और व्यायाम करने का आपका बिलकुल भी मूड नहीं हो | लेकिन बहुत सी स्टडीज में ये बात साबित हो चुकी है कि पीरियड्स के दौरान व्यायाम करने से शरीर को लाभ पहुंचता है |
एक स्टडी के अनुसार मासिक धर्म चक्र के पहले दो हफ़्तों में जो महिला खिलाडी व्यायाम करती हैं उनकी ट्रेनिंग के स्तर में सुधार देखा गया | (3) इसके साथ ही कार्डिओ एक्सरसाइजेज करने से शरीर में एंड्रोफिन हॉर्मोन का स्राव अधिक होता है जिससे पीरियड्स में होने वाले दर्द, तनाव और दूसरे लक्षणों में भी सुधार होता है |
पीरियड्स में व्यायाम करने से थकान, सिरदर्द और अनियमित पीरियड्स की समस्या भी दूर होती है |
स्ट्रेचिंग और योगासन इस अवस्था में बहुत लाभकारी हैं इनसे पेट में सूजन की समस्या भी दूर होती है | इसलिए पीरियड्स के समय में आप वाकिंग, साइकिलिंग, स्ट्रेचिंग और योगासन कर सकती हैं |
अधिक वजन उठाने वाले और बहुत अधिक तीव्रता वाले व्यायाम नहीं करने चाहिए | जो खिलाडी बहुत अधिक शुरुवाती स्तर में हैं उन्हें भी डैडलिफ्ट जैसी एक्सरसाइज से बचना चाहिए और स्ट्रेंथ गेन करने के बाद इसके बारे में सोचना चाहिए |
पीरियड्स में क्या खाना चाहिए
अब हम जानते हैं कि पीरियड्स में अधिक वसा, अधिक नमक, कैफीन, डेरी उत्पाद और अचार आदि नहीं खाना चाहिए | लेकिन आप ये भी जानना चाहती होंगी कि माहवारी में किन किन फूड्स का प्रयोग करना चाहिए | जो आपकी सेहत के लिए अच्छे हों और जिनसे आपको इस समय में होने वाली समस्याओं से भी राहत मिले |
दही
हम जानते हैं पीरियड्स में डेरी उत्पाद नहीं खाने चाहिए लेकिन उनमें से दही को आप खा सकते हैं | क्यूंकि दही में कैल्शियम और विटामिन डी की अच्छी मात्रा होती है और एक रिसर्च के अनुसार कैल्शियम और विटामिन डी पीरियड्स के लक्षणों जैसे सूजन, दर्द और मूड में बदलाव में सुधार करते हैं |
साबुत अनाज
पीरियड्स में साबुत अनाज खाना चाहिए | साबुत अनाज में मैगनीजियम और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो पीरियड्स में होने वाली थकान और पेट से जुडी समस्याओं को दूर करते हैं | इसलिए वाइट राइस की बजाए ब्राउन राइस खाएं और दूसरे साबुत अनाज का प्रयोग करें |
केला
केले में पोटैशियम और विटामिन बी 6 की अच्छी मात्रा होती है जो कि मेन्सुरेशन में पेट फूलने की समस्या को दूर करती है | पोटैशियम की अच्छी मात्रा ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रखती है और दिमाग तक अधिक ऑक्सीजन भी पहुंचाती है | इसके साथ ही पीरियड्स में केला खाने से यूट्रस मसल्स भी रिलैक्स होती हैं |
अखरोट
अखरोट में ओमेगा 3 फैटी एसिड्स की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो कि एंटी इंफ्लेमेटरी और दर्द को कम करते हैं | इसके साथ इसमें मैगनीजियम और विटामिन बी 6 भी भरपूर मात्रा में होते हैं जो पीरियड्स में बहुत लाभकारी हैं |
डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट में एंटी ऑक्सीडेंट गुण होते हैं | इसके अलावा इसमें मौजूद मैगनीजियम पीरियड्स में दर्द और मूड स्विंग की समस्या को भी दूर करता है | इसके साथ ही डार्क चॉकलेट शरीर में ख़ुशी पैदा करने वाले हॉर्मोन्स के निर्माण को भी बढ़ावा देती है | जिससे आपका मूड खुशनुमा बना रहता है | लेकिन आपको मिल्क चॉकलेट नहीं बल्कि डार्क चॉकलेट खानी है |
पीरियड्स में क्या नहीं करना चाहिए
अब आप जानती हैं पीरियड्स में क्या क्या नहीं करना चाहिए, क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए और व्यायाम करना चाहिए या नहीं | इसके अलावा आइये जानते हैं कुछ सामान्य बातें जिनका ध्यान आपको रखना चाहिए और संक्षेप में वो सब जो आपको नहीं करना चाहिए |
- पीरियड्स में बहुत अधिक तंग कपडे नहीं पहनने चाहिए | सफ़ेद पेंट्स और कपडे पहनने से बचना चाहिए |
- पीरियड्स में भी आपको अपना एक्सरसाइज रूटीन बंद नहीं करना है |
- चाय और काफी की मात्रा अधिक नहीं लेनी है |
- इन्फेक्शन से बचने के लिए 4 घंटे में पेड को बदलना जरूरी है |
- डेरी उत्पादों दूध, पनीर और मीट नहीं लेना चाहिए |
- असुरक्षित सम्बन्ध नहीं बनाने चाहिए और जहाँ तक संभव हो बचना चाहिए |
- फ़ास्ट फूड्स, प्रोसेस्ड फूड्स और अधिक नमक वाले फूड्स से बचना चाहिए |
- शराब और सिगेरट का प्रयोग नहीं करना चाहिए |
- तनाव पैदा करने वाली मूवीज, शोज और टी वी सीरियल्स से दूर रहना चाहिए |
- हल्का व्यायाम आपके लिए अच्छा लेकिन अधिक शारीरिक परिश्रम से बचना चाहिए |
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