सर्दी जुकाम होना बहुत आम है | आपको इंटरनेट पर सर्दी जुकाम की दवा और हज़ारों घरेलू नुस्खे मिल जाएंगे | लेकिन क्या ये नुस्खे सच में काम करते हैं ये जान लेना जरूरी है | किस तरह से ये नुस्खे सर्दी जुकाम को दूर कर सकते हैं | आइये जानते हैं इसके लक्षण, कारण, बचाव और सर्दी जुकाम का घरेलू उपचार |
सर्दी जुकाम का मतलब है श्वसन तंत्र का संक्रमण जो कि वायरस की वजह से होता है | इसे एक्यूट वायरल राइनोफरिंगिटिस (Rhinopharyngitis) और एक्यूट कोरयजा (Coryza) भी कहते हैं |
इसकी शुरुवात नाक बहने से होती है | जिसके बाद आँखों से पानी आना, नाक बंद होना, कंजेस्शन और छींके आना व खांसी भी हो सकती है |
सर्दी जुकाम के लक्षण 3 से 10 दिन तक रहते हैं | कुछ लोगों को सर्दी जुकाम के साथ बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत हो सकती है | जब अधिक बुखार, शरीर का थका रहना और शरीर में दर्द की समस्या हो तो ये लक्षण 7 से 21 दिनों तक रह सकते हैं |
अधिक बुखार और शरीर में दर्द होने पर आपको मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ती है |
जुकाम किसी दूसरे जुकाम से ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी हो सकता है | सामान्य सर्दी जुकाम के लिए एंटी बायोटिक दवाओं के प्रयोग की आवश्यकता नहीं होती |
सर्दी जुकाम से जुड़ा एक सत्य ये है कि इसका उपचार आप घर पर ही कर सकते हैं और इसके लिए ना तो कोई वैक्सीन बनी है और ना ही इसे पूरी तरह से ख़तम किया जा सकता है |

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सर्दी जुकाम का कारण
सर्दी जुकाम ऊपरी श्व्सन तंत्र से जुडी एक बीमारी है जिसे वायरल इन्फेक्शन भी कहा जा सकता है | साधारण सर्दी जुकाम इंसानों में होने वाली सबसे सामान्य बीमारी है |
सर्दी जुकाम के लिए 200 से ज्यादा प्रकार के वायरस जिम्मेदार हो सकते हैं | इसलिए सर्दी जुकाम के लिए ना तो आज तक कोई वैक्सीन बनी है और ना ही हमारा शरीर इससे लड़ने की क्षमता को विकसित कर पाया है |
सर्दी जुकाम से बच्चे सबसे अधिक प्रभावित होते हैं | एक बच्चा साल में 10 से 12 जबकि एक व्यस्क साल में 2 से 3 बार सर्दी जुकाम का शिकार हो सकता है |
हालाँकि सर्दी जुकाम का कारण 200 से अधिक वायरस हो सकते हैं लेकिन सबसे अधिक यह राइनोवायरस की वजह से फैलता है | सर्दी जुकाम के लिए जिम्मेदार दूसरे सामान्य वायरस हैं |
- मानव मेटापनुमोवायरस
- मानव पेराइन्फ्लुएंजा वायरस
- मानव रेस्पिरेटरी सैंक्टिकल वायरस
- एन्टेरोवायरस
सर्दी जुकाम सबसे अधिक सर्दी के मौसम में होता है लेकिन इसका कारण सर्दी नहीं होता बल्कि सर्दियों में हम अधिकतर घरों में और कमरों में रहते हैं जिससे हम एक दूसरे के संपर्क में अधिक रहते हैं जो सर्दी जुकाम का कारण बनता है |
सर्दी जुकाम से ग्रसित व्यक्ति के छींकने और खांसने से वायरस हवा में फ़ैल जाते हैं जो की दूसरे व्यक्ति के शरीर में सांस के द्वारा चले जाते हैं | इसके अलावा ये वायरस आस पास की वस्तुओं पर भी गिर जाते हैं | जब कोई व्यक्ति इन्हें छूता है तो ये उस व्यक्ति में जाकर इन्फेक्शन फैला देते हैं |
हमारे नाक में और गले में मौजूद म्यूकस इन्हें हमारे शरीर में जाने से रोकती है | लेकिन जब ये वायरस को शरीर में जाने से नहीं रोक पाती तो वायरस शरीर पर हमला कर देते हैं |
इसके बाद हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली इनसे लड़ती है | अगर वायरस इनसे जीत जाते हैं तो ये हमारे शरीर में इन्फेक्शन फैला कर सर्दी जुकाम का कारण बनते हैं |
इसलिए सर्दी जुकाम होने पर आप अपने हाथ और मुँह को दिन में कई बार धोएं | छींकने और खांसने से पहले मुँह पर रुमाल रखे ताकि दूसरों को सर्दी जुकाम ना हो |
सर्दी जुकाम के लक्षण
सामान्यत कोल्ड और फ्लू यानि सर्दी और जुकाम को एक ही माना जाता है क्यूंकि इसके लक्षण बहुत मिलते हैं लेकिन दोनों में थोड़ा अंतर है | जैसी कि कोल्ड के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनी है जबकि फ्लू के लिए वैक्सीन का निर्माण किया जा चूका है |
सर्दी (कोल्ड) के लक्षण
- गले में खराश |
- नाक का बहना |
- बार बार छींकें आना |
- खांसी और बलगम |
- हल्का बुखार |
जुकाम (इन्फ्लुएंजा या फ्लू) के लक्षण
- सिरदर्द होना |
- बुखार होना |
- बंद नाक या नाक बहना |
- थकान महसूस होना |
- शरीर में दर्द |
- खांसी होना |
- छींके आना |
- गले में खराश |
- भूख कम लगना |
- उलटी और डायरिआ (स्वाइन फ्लू)
सर्दी जुकाम से बचाव
सर्दी जुकाम की अवस्था बड़ी कष्टदायक हो सकती है | ऐसे में कोई भी काम करना बहुत मुश्किल हो जाता है | कई बार सर्दी जुकाम का उपचार करने के बाद भी इसे ठीक होने में समय लग जाता है ऐसे में रोजमर्रा और ऑफिस के काम करने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है |
सर्दी जुकाम की दवा अक्सर थोड़ी नशीली होती है जिससे नींद आने लगती है और हमारा काम भी रुक जाता है |
सर्दी जुकाम से जितना संभव हो बचाव करना चाहिए | आइये जानते हैं कुछ उपाय जिनसे आप सर्दी जुकाम से बचाव कर सकते हैं |
व्यायाम की आदत डालें
बहुत सी रिसर्च में ये बात साबित चुकी है कि जो लोग प्रतिदिन थोड़ा बहुत व्यायाम करते हैं या पैदल चलते हैं उनमें सर्दी जुकाम का खतरा बहुत कम हो जाता है | दिन में 30 से 45 मिनट तक व्यायाम या तेज तेज चलने से ही सर्दी जुकाम का खतरा एक तिहाई तक कम हो जाता है | इसलिए प्रतिदिन व्यायाम की आदत डालें |
बार बार हाथ धोएं
सर्दी जुकाम फैलने का सबसे आसान तरीका है इससे पीड़ित व्यक्ति के द्वारा हाथों को मुँह पर लगाने के बाद किसी वस्तु को छू लेना | इस तरह वायरस उन वस्तुओं पर चले जाते हैं और जब हम उन्हें छूते हैं तो वो किसी तरह हमारे शरीर में चले जाते हैं |
जब भी आप बाहर से घर आएं तो अपने हाथ जरूर धोएं | बच्चे भी जब खेल कर या स्कूल से घर आते हैं तो उन्हें भी हाथ धोने के लिए कहें | बार बार हाथ धोना सर्दी जुकाम से बचने का सबसे अच्छा उपाय है |
धूम्रपान नहीं करें
धूम्रपान सेहत के लिए हानिकारक होता है | जो लोग अधिक धूम्रपान करते हैं उन्हें सर्दी जुकाम बहुत जल्दी हो जाता है | धूम्रपान हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है जिससे सर्दी जुकाम फ़ैलाने वाले वायरस जल्दी हमें प्रभावित करते हैं |
सिगरेट पीने से नाक की और फेफड़ों की सुरक्षा करने वाले बाल भी प्रभावित होते हैं | इससे नासिका मार्ग सूखा हो जाता है और वायरस आसानी से हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं | सिगरेट पीने वाले के पास बैठने से भी हमारा शरीर प्रभावित होता है | इसलिए सिगरेट ना पिएं और पीने वालों से उचित दूरी बनाए रखें |
छींकने खांसने पर हाथ प्रयोग न करें
छींकने और खाँसने पर हाथ का इस्तेमाल करने से वायरस हमारे हाथों पर आ जाते हैं | जब हम किसी वस्तु को छूते हैं तो वो वहां रह जाते हैं | इसलिए सर्दी जुकाम होने पर खांसते या छींकते हुए टिश्यू पेपर का प्रयोग करें और एक बार इस्तेमाल करके फेंक दें |
घर की सफाई रखे
अपने घर की रोजाना सफाई करें | सभी छोटे छोटे सामान जैसे दरवाजे, कंप्यूटर कीबोर्ड, फ़ोन, इलेक्ट्रॉनिक स्विच आदि की पूरी सफाई रखें | अगर आपके घर में कोई फंक्शन या पार्टी हो तो उसके बाद अच्छे से सारे घर को साफ़ करें |
खान पान पर ध्यान दें
सर्दी जुकाम से बचे रहने के लिए अपने खान पान पर ध्यान देना जरूरी है | अच्छे खान पान से शरीर में प्राकर्तिक रूप से रोगों से लड़ने की शक्ति आ जाती है | इसके लिए अपनी डाइट में हरी सब्जियों व सभी प्रकार के फलों को शामिल करें |
अच्छी नींद लें
शरीर को गतिविधियों को सुचारु और सही चलाने के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है | अच्छी नींद से हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होता है | इसलिए रात में जल्दी सोने की आदत डालें और पूरी नींद लें |
मास्क प्रयोग करें
सर्दियों में जब प्रदषूण बहुत बढ़ जाता है तो वायरस बहुत जल्दी फैलते हैं | ऐसे में घर से निकलते हुए मुँह पर मास्क पहन कर बाहर जाएं | इससे आप प्रदुषण और सर्दी जुकाम से बचे रहेंगे |
फ्लू की वैक्सीन लगवाए
फ्लू से बचने के लिए फ्लू की वैक्सीन सबसे अच्छा उपाय है | हर साल फ्लू की वैक्सीन लगवाएं क्यूंकि ये हर साल बदलती रहती है | इससे आप फ्लू से बचे रहेंगे |
सर्दी जुकाम का घरेलू उपचार व दवा
सर्दी और जुकाम की दवा हमारे घर के किचन में ही मौजूद है | घर पर मौजूद इन पदार्थों के प्रयोग से आप आसानी से सर्दी जुकाम, बुखार, गले में खराश, खांसी, पुराना नजला आदि की समस्या को दूर कर सकते हैं, बस जरूरत है इन पदार्थों के सही इस्तेमाल की | आइये जानते हैं कैसे बनाएं सर्दी जुकाम की दवा और घर पर ही करें सर्दी जुकाम और खांसी का इलाज |
अदरक जुकाम का देसी इलाज
बड़े बुजुर्ग सर्दी जुकाम होने पर हमेशा ही अदरक की चाय पीने की सलाह देते हैं | क्या सच में अदरक सर्दी जुकाम में लाभकारी है ? अदरक का प्रयोग भारत में आज से नहीं बल्कि पिछले 4000 सालों से किया जा रहा है |
अदरक की उत्पत्ति और उत्पादन भारत और चीन से शुरू हुआ था | अदरक में मुख्य रूप से गिंजरोल (Gingerol) होता है जो एक एंटी बैक्टीरियल है और इसमें पाया जाने वाला जीनगरोन (zingerone) एक एंटी ऑक्सीडेंट की तरह से काम करता है |
इन दोनों की वजह से ही अदरक सर्दी जुकाम में एक दवा की तरह से काम करती है | इसे प्रयोग करने के लिए अदरक को पानी में अच्छे से उबाल कर पी सकते हैं | आप इसकी चाय बना कर भी पी सकते हैं, बस चाय बनाते हुए इसे चाय में थोड़ी सी मात्रा में डाल लें |
जल्दी फायदे के लिए आप पानी में थोड़ी सी अदरक, थोड़ी सी दालचीनी और एक छोटी इलायची डाल कर अच्छे से उबाल लें | अब इस पानी में थोड़ा सा शहद मिलाकर पी लें | इससे भी आपको सर्दी, जुकाम, खांसी और सर्दी के लक्षणों से जल्दी राहत मिलेगी |
हल्दी से जुकाम का उपचार
हल्दी को जुकाम के उपचार में बहुत लाभकारी माना जाता है | हल्दी में करक्यूमिन (curcumin) होता है जो एक जबरदस्त दवा के रूप में काम करता है और पूरी तरह से प्राकर्तिक भी है |
करक्यूमिन में एंटी माइक्रोबियल, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लामंट्री गुण होते हैं जो शरीर की बहुत सी बिमारियों से रक्षा करने में सक्षम हैं | करक्यूमिन में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट हमारे शरीर से फ्री रेडिकल्स को बाहर निकाल देते हैं जिससे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है और सर्दी जुकाम आपके आस पास भी नहीं फटकते |
सर्दी जुकाम होने पर आप गर्म पानी या गर्म दूध के एक गिलास में एक चम्मच हल्दी मिलाकर रात को सोने से पहले पिएं | आप इसे सामान्यत भी पी सकते हैं | इसे पीने से एक दो दिनों में ही सर्दी जुकाम ठीक हो जाएगा |
बच्चों को अगर आप ये देना चाहते हैं तो 2 साल से ऊपर की उम्र के बच्चों को एक चौथाई हल्दी की मात्रा ही दें | बच्चों और बड़ों दोनों के लिए ही ये प्रभावशाली तरीके से काम करती है |
सर्दी जुकाम का घरेलू उपचार है शहद
बहुत सी रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि शहद में खांसी को ठीक करने का गुण होता है | इसलिए बहुत सी आयुर्वेदिक दवाओं में भी शहद का प्रयोग होने लगा है |
शहद का प्रयोग भी प्राचीन समय से होता आ रहा है क्यूंकि शहद में एंटी बैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं | जो शहद को सर्दी जुकाम के उपचार के लिए एक असरकारक ओषधि बनाते हैं |
अगर आप सर्दी जुकाम और गले में दर्द से परेशान हैं तो एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद और एक चम्मच निम्बू का रस मिलकर पी लें | इससे गले के दर्द में आराम मिलेगा और सर्दी जुकाम भी ठीक हो जाएगा |
बच्चों को अगर सर्दी जुकाम हो तो आप सोने से पहले उन्हें शहद का आधा चम्मच दे सकते हैं इससे उन्हें जुकाम से आराम मिलेगा और नींद भी अच्छी आएगी |
लेकिन ध्यान दें कि एक साल से कम उम्र के बच्चों को शहद नहीं देना चाहिए | हमारे देश में बच्चों को पैदा होते ही शहद चटाने की प्रथा है जो कि सही नहीं है क्यूंकि शहद में बोटुलीमुन स्पोर्स (botulinum spores) होते हैं जो एक साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अच्छे नहीं होते हैं | हालाँकि बड़ी उम्र के बच्चों और युवाओं के लिए इनका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता |
तुलसी से जुकाम का इलाज
सर्दी जुकाम का घरेलू उपचार घर पर ही तुलसी के द्वारा किया जा सकता है | तुलसी शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है यह प्राकर्तिक रूप से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाती है | सर्दी जुकाम, गले में दर्द, खराश, खांसी और बुखार में भी तुलसी चमत्कारी रूप से काम करती है |
एक रिसर्च के अनुसार तुलसी के पत्ते शरीर में टी कीटॉकिन्स, नेचुरल किलर सेल्स और टी लिम्फोसिट्स नाम के रोग प्रतिरोधक सेल्स का निर्माण करती है | तुलसी में इम्युनिटी को बढ़ाने वाले कंपाउंड्स होने की वजह से इसे रोजाना प्रयोग करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है |
सर्दी जुकाम होने पर एक गिलास में 5 से 10 तुलसी के पत्ते डालकर इसे अच्छे से उबाल लें | जब पानी की मात्रा आधे के कम रह जाए तो इस पानी को पी लें | तुलसी के पत्तों को चाय बनाते हुए भी प्रयोग कर सकते हैं |
इसमें साथ में थोड़ी सी अदरक भी डालकर पी सकते हैं | इसे पीने से आपको सर्दी जुकाम और दूसरी बहुत सी इम्युनिटी की कमी से होने वाली समस्याओं में लाभ मिलेगा |
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